HomeVyaparईडी जांच पूरी होने तक अमेज़न, फ्लिपकार्टपर लगाओ प्रतिबंध : शंकर ठक्कर
ईडी जांच पूरी होने तक अमेज़न, फ्लिपकार्टपर लगाओ प्रतिबंध : शंकर ठक्कर
निवेश नियमों में धोखाधड़ी मामले में ‘ईडी’द्वारा अमेज़न, फ्लिपकार्ट के अधिकारियों को किया जाएगा तलब
व्यापार हिंदूस्थान प्रतिनिधी
मुंबई
भारत की वित्तीय अपराध एजेंसी यानी कि ईडी द्वारा फ्लिपकार्ट और अमेज़न के अधिकारियों को विदेशी निवेश कानून उल्लंघन के आरोपों की जांच के हिस्से के रूप में तलब करेगी। इस संबंध की जांच पूरी होने तक अमेज़न, फ्लिपकार्टपर सरकारने व्यापार का प्रतिबंध तुरंत लगाना चाहीए, ऐसी तेज मांग कॉन्फडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के राष्ट्रीय मंत्री एवं अखिल भारतीय खाद्य तेल व्यापारी महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष शंकर ठक्कर इन्होंने की है। अमेज़न, फ्लिपकार्टपर यह कारवाई ई-कॉमर्स फर्मों के विक्रेताओं पर हाल ही में छापेमारी के कुछ दिन बाद आई है, यह एक वरिष्ठ सरकारी स्रोत ने कहा।
यह कार्रवाई वॉलमार्ट के स्वामित्व वाले फ्लिपकार्ट और अमेज़न पर भारत के $७० बिलियन के ई-कॉमर्स बाजार में बढ़ते बिक्री के बीच बढ़ती नियामक जांच को दर्शाती है। भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग ने भी पाया कि इन कंपनियों ने चुनिंदा विक्रेताओं को बढ़ावा देकर कानूनों का उल्लंघन किया है। अमेज़न और फ्लिपकार्ट झूठा दावा करते हैं है कि वे भारतीय कानूनों का पालन करते हैं, लेकिन प्रवर्तन निदेशालय वर्षों से आरोपों की जांच कर रहा है कि कंपनियाँ, चुनिंदा विक्रेताओं के माध्यम से, वस्तुओं की इन्वेंटरी पर नियंत्रण रखती हैं, ऐसा ठक्कर इनका कहेना है।
भारतीय कानून विदेशी ई-कॉमर्स कंपनियों को वेबसाइट पर बेची जा सकने वाली वस्तुओं की इन्वेंटरी रखने से रोकते हैं, उन्हें केवल विक्रेताओं का एक बाज़ार चलाने की अनुमति है। पिछले सप्ताह के छापों के बाद अब निदेशालय कंपनी के अधिकारियों को तलब करने की योजना बना रहा है और छापेमारी के दौरान विक्रेताओं से जब्त किए गए दस्तावेजों की समीक्षा कर रहा है, एक वरिष्ठ सरकारी सूत्र ने बताया।
‘इस प्रकार भारत के उपभोक्ता एवं परंपरागत व्यापारियों के साथ धोखाधड़ी और कानून की धज्जियां उड़ाने वाली इन विदेशी बहुराष्ट्रीय कंपनियों को जांच पूरी होने तक व्यापार करने पर प्रतिबंध लगाना चाहिए।’
शंकर ठक्कर
राष्ट्रीय मंत्री, कॉन्फडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) एवं राष्ट्रीय अध्यक्ष, अखिल भारतीय खाद्य तेल व्यापारी महासंघ